गुरुवार, 31 मार्च 2011

प्रेरणात्मक व्यक्ति


लीविया तैर्श्त्यान्स्कि 

मेरे लिए अपने पिता जी प्रेरणात्मक व्यक्ति हैं । पिता जी का नाम “इश्तवान” है और उन की उम्र पचास है । वे अपनी दुकान में काम करते हैं, माँ-बाप व्यवसायी हैं और वे दुकान में रंग बेचते हैं ।पिता जी बहुत काम करते हैं इसलिये परिवार के पास सब ज़रूरी चीज़ हैं । लेकिन बदनसीबी से पिता जी बारबार बहुत थक जाते हैं । पिता जी थोड़ा मोटे हैं व उनका कद औसत है, उनकी आँखें हरी हैं । उनके बाल बहुत छोटे हैं ।
पिता जी बहुत मजबूत, धैर्यशाली,मेहनती, उदार, कर्मठ काम  करनेवाले व हँसी मजाक करने वाले हैं पर कभी-कभी बहुत बेसब्र और हठी भी हैं ।
जब मैं उदास और अप्रसन्न होती हूँ तब पिता जी मुझे हमेशा प्रसन्न करते हैं व जब मैं अकेली तथा परेशान  हूँ तब पिता जी मुझ को सलाह देते हैं । मैं अपने पिता जी को बहुत पसन्द करती हूँ, काश सब लोगों के ऐसे पिता जी होते ।

मंगलवार, 29 मार्च 2011

मेरे प्रिय कवि

पेतैर सालैर

अदि ऐन्द्रऐ (Ady Endre)
मुझे सब से पहले अदि ऐन्द्रऐ की कविताएँ पसंद हैं| उन का एक हाथ पर छह अगुलियाँ थीं, जब जम्न लिये, परिणामस्वरूप परंपरा के अनुसार हंगेरियन लोगों ने उस को एक जादूगर मानना था| हंगेरी में आधुनिक साहित्य इस प्रसिद्ध कवि से शुरू होता था| अदि हमारा पहला आधुनिक कवि है| उसकी कविताएँ हंगेरी में विशेष रूप से प्रचालित हैं| वैसे वे परिस में आधुनिक कविताएँ से मिला| उस ने प्रेम, ईश्वर तथा स्वदेश की कविताएँ लिखीं| अदि की एक अच्छी कविता में हमें भारत की पवित्र नदी, अर्थात गंगा जी मिलती हैं|
                                              
वोरोश शांदोर (Weöres Sándor)
मेरा दूसरा प्रिय कवि वोरोश शांदोर है| वे भी एक २० सदी के लोकप्रिय कवि थे| उन की रुचि ऐशेयाई साहित्य मैं थी| वे विशेष रूप से चीन का साहित्य पसंद करते थे | वोरोश ने बहुत सी ऎसी कविताएँ लिखीं जिन की शैली ऐशेयाई है| उस ने बच्चों को भी कई कविताएँ लिखीं इसिलए हंगेरियन बालविहारों मैं बच्चों को बहुत सी वोरोश की कविताएँ पढनीं हैं| उन्होंने कविताओं के अलावा नाटक भी लिखे| मुझे मुख्य रूप से उन की पूर्वी कविताएँ अच्छी लगती हैं| मेरे नाना जी वोरोश की चित्रकलाएं भी पसंद करते हैं, इसिलए हम अक्सर वोरोश की बात करते हैं|

यंकू लौरा (Iancu Laura)
मेरा तीसरा प्रिय कवि असल में एक युवी कवयित्री हैं, जिन का नाम यंकू लौरा है| वह रोमानिया में एक छोटे हंगेरियन गाँव में  उत्पन्न हुई लेकिन आजकल हंगेरी में रहती है | वह पढ़ने के लिए हंगेरी गयी, पहले बुदापैश्त में, उस के बाद सैगैद के विश्वविद्यालय में पढ़ी| मेरे ख़याल से वह बड़ी प्रतिभावान कवयित्री है| मुझे सब से पहले उस की ईश्वर की कविताएँ पसंद हैं| ये बहुत सुन्दर हैं| हंगेरी में यंकू लौरा अब बहुत प्रसिद्ध नहीं है, पर वह समकालीन हंगेरियन साहित्य की विशिष्टता है|

यूरोप से एक बहुत मशहूर फ़िल्म : वोल्वेर

पेतैर किराय

आज मैं एक स्पैनिश फ़िल्म के बारे में लिखना चाहता हूँ । वोल्वैर का मतलब स्पैनिश भाषा में 'वापस आना' है और उसका शीर्षक यह संयोग से नहीं है । फ़िल्म के निर्देशक पैद्रो अल्मोदोवर हैं जो यूरोपीय निर्देशकों में से बहुत प्रसिद्ध हैं । हालांकि मैंने सिर्फ़ उनकी दो फ़िल्में देखीं लेकिन मैं कह सकता हूँ कि वे मेरे प्रिय निर्देशक हैं । उनकी एक बहुत दिलचस्प शैली है जो आलोचक लोगों को बहुत ही पसंद है ।
वोल्वैर स्पेन की राजधानी, मद्रीद में है । फ़िल्म की अभिनेत्री पेनेलोप क्रुस है जो फ़िल्म में नौकरानी है (उसका नाम राईमुंदा है) । उनकी एक बेटी है जिसका नाम पौला है । वह, राईमुंदा अपनी बड़ी बहन, सोलेदद के साथ (हिंदी में – अकेलापन) एक छोटे से ला मंचा (La Mancha) के गाँव में बड़ी हुई ।
एक दिन सोले अपनी मौसी की अन्त्येष्टि के कारण गाँव वापस आती है । राईमुंदा आ नहीं सकती क्योंकि घर लौटकर उसने अपनी बेटी और अपने मरे हुए पति को देखा । पति, पाको ने, पौला के बलात्कार की कोशिश की थी, लेकिन उसके बाद पौला ने उसे चाकू धौंप दिया । यह तो बहुत मुश्किल बात है ।
सोले को मद्रीद लौटकर पता चली कि उसकी माँ जो सैद्धांतिक रूप से ४ साल पहले जलकर मर गयी थी, अभी तो अपने लगेज कारियर में है, जिन्होंने पौला मौसी की सारी चीज़ें जल्दी से रिश्तेदारों से पहले ले लीं ।
सोले को मालूम नहीं कि अब क्या करना चाहिए । वह बहुत आतंकित है । चूंकि उसकी केश-प्रसाधक की दुकान है, उसकी माँ रूसी सहायक बन जाएगी । परंतु राईमुंदा के साथ क्या होगा ? क्यों माता जी यहाँ है ? क्या वे भूत हैं जिसके पास भूमि में काम करना पड़ता है ? ज़रूरी है कि इस हालात में कोई भेद है... लेकिन क्या ?
अल्मोदोवर की फ़िल्मों में लगभग सिर्फ़ स्त्रियाँ हैं पर फ़िल्मों की कहानियाँ इसी लिए बहुत-बहुत दिलचस्प हैं । ये मानव कहानियाँ हैं जो सभी लोगों के साथ घट सकती हैं ।
जिन लोगों की रुचि स्पैनिश संस्कृति में है या स्पैनिश फ़िल्मों में या शायद पेनेलोप क्रुस में है, मैं उन्हें यह फ़िल्म देखने का सलाह देता हूँ ।