शुक्रवार, 8 अप्रैल 2011

मेरी कॉलोनी

पेतैर सालैर

बुदापैश्त में २३ कालोनियां हैं| मैं सपरिवार १७वीं कालोनी में रहता हूँ| इस बस्ती का नाम राकोश्मैनते है| यह बुदापैश्त की एक बहुत बड़ी कालोनी है, तथा राजधानी के पूर्वी भाग में लगती है| प्राचीन वक्त में यहाँ पञ्च गाँव थेलेकिन ये गाँव अब बुदापैश्त की १७वीं कालोनी के भाग हैं|

वैसे मेरा इलाका बुदापैश्त के केन्द्र से और विश्वविद्यालय से भी बहुत दूर है| मुझे अक्सर केन्द्र जाना विशेष रूप से मुश्किल हैलेकिन मुझे यहाँ रहना फिर भी पसंद है| यहाँ भीड़ भाड़ बड़ी नहीं है और मेरे आस-पास विशेष रूप से सुन्दर है|

मेरे इलाके में एक तालाब और दो छोटे जंगल भी हैं| मैं इस तालाब के तट पर टहलना पसंद करता हूँ| हमें कभी-कभी तट पर प्यारे कछुए मिलते हैं| सर्दियों के दिनों में हम यहाँ बरफ हाकी खेलते हैं| कालोनी के जंगलों में हम चिडियाँ देखने जाते हैं|

हमारे आस-पास एक छोटी नदी भी रस्ते में पड़ती हैजिस का नाम राकोश है| इस नदी में बहुत साल पहले केकड़े थे| नदी के तट सुन्दर हैऔर कालोनी में रहने वालों को अच्छा लगता है| स्कूल के बाद लड़के और लड़कियां यहाँ बैठ-मिलते हैं|

हमारी बस्ती में कई सुन्दर इमारतें और चर्च भी हैं| मेरे ख़याल से ये देखते ही बनते हैं| यहाँ के एक चर्च में हंगेरी के प्रसिद्ध लेखर अर्थात योकई मोर की शादी हुई थी|

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें