अनीता
हंगेरी में लोगों का जीवन विशेष है. भिन्न भिन्न प्रकार के लोग शहर में रहते हैं.वे हरदिन काम करने जाते हैं घूमते हैं या परिवार के साथ होते हैं.एक शब्द में कहना चाहें तो ‘वे जीते हैं.’
बुदापैश्त में लोग सुबह कार्यस्थल जाने से पहले तैय्यारियाँ करते हैं.जैसे नाश्ता करना,बिस्तर ठीक करना और कोफी पीना.हंगेरी में लोग काफी बहुत पसंद करते हैं.वे दिन में एक या कभी कभी दो या तीन कोफी पीते हैं.पर मुख्य रूप से सुबह ही उसे पीते हैं .इस के बाद वे स्कूल या ऑफिस जाते हैं.वे वहां कार या बस से जाते हैं या भूमिगत मेट्रो पकड़ते हैं.मेट्रो में बहुत से लोग किताब या अखबार भी पढते हैं.
स्कूल जाने वाले किशोर और बच्चे भी विद्यालय में तरह तरह के विषय पढते हैं.दोपहर को सब लोग खाना खाने के लिए रेस्तरां या कैंटीन जाते हैं.यहां बैठ कर खाते हैं और बातचीत करते हैं .शहर के लोग फास्ट फ़ूड रेस्तरां में खाना खूब पसंद करते हैं.शाम को ५ या ६ बजे सब ऑफिस से घर आते हैं. वे थके दिखाई देते हैं .कुछ लोग हर दिन देहात से शहर आते हैं,क्योंकि वे यहां काम करते हैं .रात को खाना खाने के बाद लोग मिल कर टीवी देखते हैं या कोई खेल खेलते हैं.
सप्ताहांत में लोग देर तक सोते हैं और आराम करते हैं.वे शहर में आमतौर घूमते हैं और दोस्तों या परिवार के साथ होते हैं. मनोरंजन के अलावा वे घर के काम भी करते हैं.आदमी बाग में काम करते हैं.औरतें खाना पकाती हैं और कपडे धोती हैं.दोनों मिल कर बाजार जाते हैं और तरह-तरह का खाने का सामान भी खरीदते हैं .
वहाँ के लोग मैट्रो में किताब पढ़ते हैं...यह वहाँ के लोगों में पुस्तकों के प्रति लगाव और उनकी अध्ययनशीलता का प्रतीक है. कृपया हंगरी की संस्कृति के बारे में भी कोई पोस्ट कीजिएगा.
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