मंगलवार, 19 अक्तूबर 2010

मेरी गर्मियाँ

मोर्वेय गेर्गो--

इन गर्मियों में अपने दोस्तों के साथ मैं बलकानी गया। हमने हिचहाइक करके सर्बिया, बोस्निया और क्रोएशिया की सैर की। बुदापैश्त से हम पहले बेलग्रेड गये। भाग्यवश यात्रा केवल छह घंटे की थी। इस कारण हम पहली रात को बेलग्रेड में सो सके। वहाँ हमारी दोस्त का एक फ़्लैट है। वह घर पर नहीं थी इसलिए हमने उसके फ़्लैट में कुछ दिन बिताये। बेलग्रेड एक सुंदर ही नहीं पर बहुत रोचक नगर है। उसका वातावरण बुदापैश्त के जैसा है, पर प्रदूषण बहुत अधिक है। कुछ सुंदर ऐतिहासिक इमारतों और पुराने विशाल महल के अलावा बेलग्रेड के मकान बुरे और तबाह हैं। परंतु शहर बहुत जीवंत और विशेष है, उसके निवासी मित्रवत व्यवहार करते हैं।
बेलग्रेड से हम गुचा गये जो एक छोटा-सा गावँ है सर्बिया में। यहाँ हर गर्मियों में तुरही संगीत का एक बड़ा उत्सव आयोजित किया जाता है। इस साल पचासवीं बार थी। इस अवसर पर दुनिया की हर जगह से तुरही समूह आते हैं, सर्वश्रेष्ठ सामूह का निर्धारण करने के लिए। इस दौरान गाँव में विशाल त्योहार होता है, लोग बराबर गाते, नाचते और संगीत बजाते हैं। इस हफ़्ते पथों पर भी प्रत्येक घर में मधुशालाएँ खुल जाती हैं।
इसके बाद हम सारायेवो लौटे जहाँ हम एक प्यारे पारिवारिक होस्टल में रहे थे। बेलग्रेड के विपरीत सारायेवो बहुत ख़ूबसूरत है। बोस्निया और विशेष रूप से सारायेवो में संस्कृतियों का एक असाधारण मिश्रण जैसा है। यह स्थापत्य में भी दिखाई देता है। इस नगर में ऑस्ट्रिया-हंगेरी राजशाही काल में बनी इमारतें, ऐतिहासिक और आधुनिक मस्जिद, विभिन्न चर्च और यूगोस्लाविया के काल में बनी हुई इमारतें भी एक साथ दिखाई देती हैं। शहर पर ओस्मान साम्राज्य का बड़ा प्रभाव है, पर एक ही समय में यह बहुत यूरोपीय प्रभाव भी है। इस आश्चर्यजनक जगह में हमने एक सप्ताह बिताया।
इसके बाद हम क्रोएशिया गये। क्रोएशिया में हम समुद्र तट पर बसे मकरस्का के पास। यह इतना सुंदर पुलिन है कि इसका नाम मकरस्का रिविएरा है। समुद्र फ़िरोज़ा-सा है, किनारे पर सफेद पत्थर हैं और जंगलों से भरे पहाड़ सर्वत्र। एक हफ़्ता बिताकर हम ज़ाग्रेब पार करके घर लौटे। यह एक शानदार छुट्टी थी मेरे लिए।

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