साड़ी भारतीय औरत का मुख्य परिधान है | यह लगभग ५ से ६ यार्ड लम्बी बिना सिली हुए कपड़े का दुकड़ा होता है | साड़ी के नीचे औरतें ब्लाउज या चोली और साया पहनती हैं | भारत में बहुत तरह-तरह की साड़ियांঁ हैं | औरतें भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान और श्री लंका में भी साड़ी पहनती हैं |
बनारसी साड़ी भारत में और दुनिया भर में बहुत मशहूर है | बनारसी साड़ी रेशम से बनी साड़ी है, जिस में सोने की कशीदाएঁ हैं | इन साड़ियों को बनारस या वाराणसी में बनाते हैं, जिसे उत्तर प्रदेश में है | बनारसी साड़ियाঁ बहुत भारी हैं अपनी शानदार काशीदाओं के कारण इसलिए औरतें सिर्फ़ विशेष मौकों में जैसे शादियाঁ और उत्सव में पहनती हैं |
चंदरी साड़ियाঁ भी बहुत प्रसिद्ध हैं | ये साड़ियाঁ रेशम या सूती से बनी साड़ियाঁ हैं |
तमिल नाडु की कांचीपुरमी साड़ियाঁ भी बहुत सुन्दर और मालूम हैं | ये भी रेशम से बनती हैं|
साड़ियाঁ शादि के लिए परंपरा के अनुसार लाल और इन में सोने की कशीदाएঁ हैं |
दुर्भाग्य से अत्यधिक भारतीय औरतें पश्चिमी कपड़े पहनने लगती हैं | मैं सोचती हूঁ यह बहुत ख़राब है क्योंकि साड़ियाঁ बहुत स्त्री हैं और साड़ियाঁ अच्छी लग रही हैं | साड़ियाঁ भारत की महत्वपूर्ण विलक्षणता हैं |
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